लखनऊ। आबकारी विभाग की प्रमुख सचिव बीना कुमारी मीणा ने आज सीतापुर स्थित डालमिया ग्रुप की चीनी मिल और रेडिको की डिस्टलरी का मुआयना किया। यहां पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। आबकारी विभाग और डिस्टलरी की ओर से उनकी अगवानी की गई। रेडिको ग्रुप के दबदबे का अंदाजा केवल इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस कंपनी की मशहूर ब्रांड रामपुर का प्रमोशन खुद आबकारी आयुक्त सेंथिल पांडियन सी ने किया था। माना जा रहा है कि उन्हीं के अनुरोध पर प्रमुख सचिव ने सीतापुर स्थित रेडिको ग्रुप के बॉटलिंग प्लांट का मुआयना किया।
इस निरीक्षण में प्रमुख सचिव को सब कुछ ओके मिला इससे यह साफ संकेत है कि आने वाले समय में रेडिको ग्रुप का यूपी में एकाधिकार बना रहेगा।
सीतापुर की डिस्टलरी का लाइसेंस निरस्त किया गया
प्रमुख सचिव ने सीतापुर स्थित डिस्टलरी का मुआयना किया और सब कुछ सही पाया जबकि विभाग ने इसी डिस्टलरी का लाइसेंस चालू सत्र में निरस्त कर दिया। इस मामले में इसी डिस्टलरी में तैनात अरविंद मौर्या को जहां कारण बताओ नोटिस जारी किया गया वही दो लिपिकों को अभी भी निलंबित रखा गया है। लाइसेंस निरस्त होने के बावजूद अभी भी डिस्टलरी चल रही है यह खेतान ग्रुप के दबदबे का परिचायक है।
इस डिस्टलरी का लाइसेंस निरस्त करते समय जो कारण बताया गया फिलहाल वह किसी के गले के नीचे नहीं उतर रहा है। विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक लिपि की त्रुटि की वजह से रेडिको खेतान ग्रुप कि सीतापुर स्थित डिस्टलरी का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया जबकि जानकारों का मानना है कि लिपिकीय त्रुटि की वजह से लाइसेंस नहीं हो सकता है। यह भी कहा जा रहा है कि अगर इस मामले की गंभीरता से जांच हो तो बहुत बड़ा अनियमितता और अराजकता का खुलासा हो सकता है।
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