बजट में केंद्र सरकार को बचाने की चिंता ज्यादा
नई दिल्ली। मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट से कोई खुश नहीं है। बजट चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार की ब्लैकमेलिंग का शिकार हो गया है। दबाव बनाकर जहां नीतीश कुमार ने बिहार में 58000 करोड रुपए की धनराशि बजट में आवंटित करवा ली वही चंद्रबाबू नायडू भी 15000 करोड रुपए की भारी भरकम धनराशि वसूलने में सफल रहे। मजे की बात यह है कि महाराष्ट्र हरियाणा झारखंड और दिल्ली जहां अगले 6 महीने में चुनाव होने वाले हैं इन राज्यों में केंद्र सरकार ने कोई तवज्जो नहीं दी। इसको लेकर महाराष्ट्र और हरियाणा के भाजपा नेता भी हैरान है।
अखिलेश यादव का तंज
बजट को लेकर अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर तगड़ा तंज कसा है। उन्होंने कहा कि
उत्तर प्रदेश लगातार चुनकर प्रधानमंत्री दे रहा है और प्रधानमंत्री चुनने वाले उत्तर प्रदेश को इस बजट में ठेंगा मिला है।
इमरान मसूद ने कहा नीतीश और नायडू से डरा हुआ बजट
इस बीच सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने बजट पर तंज करते हुए कहा है कि यह नीतीश कुमार और नायडू से डरा हुआ लगता है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के लिए बजट में कोई घोषणा न होने पर निराशा जताई।
सरकार बचाने का दबाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर फिलहाल 5 वर्ष तक सरकार चलाए रखने का भारी दबाव इस बजट में नजर आ रहा है। अब उन्हें महाराष्ट्र हरियाणा और झारखंड के चुनावी नतीजे से ज्यादा अपनी सरकार को 5 साल तक बनाए रखने की चिंता है। उनकी चिंता का फायदा उठाते हुए नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू ने आंध्र और बिहार के लिए खजाना लूट लिया।
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