
लखनऊ। बड़ी खबर आबकारी मुख्यालय प्रयागराज से आ रही है जहां एक 18 चक्के वाली बड़ी ट्रक पर आबकारी आयुक्त कार्यालय की तमाम अलमारी और अभिलेख लोड किए जाने की सूचना है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि आखिर किसके आदेश पर यह अलमारी और अभिलेख ट्रक में लोड हो रहे हैं और इसे कहां ले जाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि कल कम से कम 2 घंटे के लिए आबकारी आयुक्त मुख्यालय में आए थे और आज यह ट्रक यहां पर सामान लोड कर रही है। सवाल खड़ा हो गया है कि क्या आबकारी मुख्यालय लखनऊ शिफ्ट किया जा रहा है और यदि ऐसा है तो इसके लिए शासन से क्या अनुमति प्राप्त की गई है और नहीं प्राप्त की गई है तो क्या अपनी दबंगई और गुंडागर्दी के दम पर आबकारी आयुक्त यह कर रहे हैं। एक और बड़ा सवाल है कि अगर लगभग 100 करोड रुपए की आबकारी की बिल्डिंग छोड़कर आबकारी आयुक्त किराए की बिल्डिंग में आबकारी मुख्यालय क्यों शिफ्ट करना चाहते हैं। आबकारी मुख्यालय के अपने परिसर में जहां पर 30 से अधिक विभाग रहे हैं उनको एक-एक करके लखनऊ शिफ्ट किया जा रहा है और जी कार्यालय में शिफ्ट किया जा रहा है उसका करोड़ों रुपया किराया बाकी है। आबकारी आयुक्त को यह भी बताना चाहिए कि वह अपना निजी और विशाल मुख्यालय भवन छोड़कर किराए के भवन में क्यों जा रहे हैं।
यह भी जानकारी मिली है कि वेद रूप से मनमाने ढंग से बिना किसी सक्षम आदेश के आबकारी आयुक्त गुंडागर्दी के दम पर या कार्रवाई कर रहे हैं।
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