
लखनऊ। आबकारी विभाग का तकनीकी सेक्सन किसी सर्कस से कम नहीं। मिली जानकारी के मुताबिक आबकारी के तकनीकी विभाग में लैब टेक्नोलॉजिस्ट के लिए आज होने वाले इंटरव्यू में तथाकथित वरिष्ठ प्रभारी तकनीकी अधिकारी संदीप मोडवेल और अनिल वर्मा को पैनलिस्ट बनाया गया है। संदीप मोडवेल सहायक आबकारी आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं और उन्हें नियम के विपरीत कमिश्नर ने प्राविधिक अधिकारी का दायित्व दे रखा है जबकि अनिल वर्मा भी अभ्यर्थियों के इंटरव्यू को लेकर सहज नहीं है कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें अपने ज्ञान और शिक्षा पर भरोसा नहीं है। कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा कि इंटरव्यू में जाने से पहले उन्होंने किसी सक्षम तकनीकी अधिकारी से कोचिंग भी की जबकि सन्दीप मोडवेल को लैब का एबीसीडी तक नहीं पता है ऐसे में उनके द्वारा यदि काबिल अभ्यर्थियों का इंटरव्यू किया जाएगा और उनके द्वारा जो क्वेश्चन पूछा जाएगा उसका जवाब सही है या गलत इन्हें खुद भी नहीं पता होगा। ऐसे में योग्य अभ्यर्थी का चयन कैसे होगा इसको लेकर काफी आशंकाएं व्यक्त की जा रही हैं। सबसे बड़ा मजाक तो यही है कि लैब टेक्नोलॉजिस्ट जैसे महत्वपूर्ण वैज्ञानिक दायित्व के लिए नॉन टेक्निकल सहायक आपकारी आयुक्त और अयोग्य लैब टेक्नोलॉजिस्ट अनिल वर्मा जिनकी योग्यता पर समय-समय पर सवाल उठाते रहे हैं उनको अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लेने जैसा दायित्व देने से पहले विभाग ने जरा भी सोच विचार नहीं किया जिससे उसकी किरकिरी हो रही है।
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