
प्रयागराज। आबकारी मुख्यालय के कार्मिक में तैनात आबकारी निरीक्षक प्रसेन रॉय पर लिपिक संवर्ग ने आरोप लगाया है कि कथित रूप से एसीपी लगाने के लिए 50000 से ₹100000 की डिमांड पूरी न करने की वजह से 2019 से एसीपी नहीं लगाई गई है।
एसीपी संवर्ग ने एडिशनल कमिश्नर से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। फिलहाल इस बात की जांच होनी चाहिए कि क्या वास्तव में 2019 से आज तक लिपिक संपर्क की एसीपी नहीं लगाई गई है यदि ऐसा वास्तव में है तो जिम्मेदार आबकारी निरीक्षक प्रसेन राय जब 17 वर्षों से यहां बने हुए हैं और आबकारी निरीक्षक राजकुमार यादव को अपनी जोइनिंग से लेकर आज तक यानी 32 वर्ष से यही बने हुए हैं उन पर कार्रवाई होनी चाहिए और इन्हें यहां से तत्काल ट्रांसफर किया जाना चाहिए।
More Stories
वाराणसी में शराब तस्करों की चांदी:
हरियाणा से बिहार जा रही तस्करी की शराब की बड़ी खेप लखनऊ में पकड़ी गई
आबकारी आयुक्त के आदेश पर विवादित व बड़बोले निरीक्षक शैलेंद्र तिवारी की ओर से दी गई सफाई: