लखनऊ। आबकारी विभाग में जो हो जाए वही कम है। ओवर रेटिंग को लेकर जहां पूरे उत्तर प्रदेश में विभाग बदनाम है वहीं चंदौली जिले से हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। मिली जानकारी के मुताबिक लगभग 20 लख रुपए की शराब जो पुलिस के मलखान में थी उसे पूरी तरह नष्ट नहीं किया गया और बड़ी मात्रा में शराब पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों के बीच बंदर बांट हो गई। आबकारी विभाग के ही एक विश्वस्त सूत्र ने बताया है कि विभाग के एक इंस्पेक्टर के आवास पर बड़ी मात्रा में पकड़ी गई अवैध शराब डंप है जिसकी तस्करी की जा रही है। फिलहाल इस गंभीर मामले की जांच होनी चाहिए।
इस संबंध में जब अवध भूमि न्यूज ने संबंधित सर्किल इंस्पेक्टर शरद सिंह से बात की तो उन्होंने आरोप को बेबुनियाद बताया फिलहाल पूरे मामले की तहकीकात के बाद ही सच्चाई सामने आ पाएगी।
चंदौली में आबकारी विभाग का माल खाना ना होना बहुत बड़ी साजिश:
चंदौली में शराब तस्करों की सहूलियत के लिए आबकारी विभाग ने अपना माल खाना ही नहीं बनाया। प्रवर्तन विभाग या आबकारी विभाग द्वारा कार्रवाई में जो भी बरामदगी होती है वह पुलिस के माल खाने में रखी जाती है और बाद में जो भी सामग्री नष्ट की जाती है उसका कोई वीडियो नहीं बनाया जाता इस तरह से शराब माफियाओं के लिए चोर दरवाजा खुल जाता है। यह खेल सालों से चल रहा है।
More Stories
कई निरीक्षकों ने सामूहिक बीआरएस की पेशकश की!
एसपी सिंह को धोखाधड़ी के मामले में कारण बताओं नोटिस:
ठेके पर रखे जाएंगे तहसीलदार, नायब तहसीलदार और लेखपाल: