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कार्रवाई में कमिश्नर ने किया खेल:

जॉइंट एक्साइज कमिश्नर दिलीप मणि त्रिपाठी डिप्टी एक्साइज कमिश्नर आलोक कुमार और सहायक आबकारी आयुक्त से सौदेबाजी के बाद कमिश्नर ने दी क्लीन चिट:

गोंडा। स्टार लाइट ब्रुकेम डिस्टलरी में 85 हजार लीटर ईएनए की चोरी और घोटाले के मामले में कमिश्नर आदर्श सिंह ने इस कांड के सभी मास्टरमाइंड को अपनी ओर से क्लीन चिट दे दी है। बताया जा रहा है कि इस घोटाले के मास्टरमाइंड डिप्टी एक्साइज कमिश्नर आलोक कुमार रहे जिनकी जानकारी में पिछले 6 महीने से डिस्टिलरी में 

ईएनए चोरी होती रही है लेकिन उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट में अपने आप को क्लीन चिट देते हुए डिस्टलरी में तैनात सहायक आपकारी आयुक्त रामप्रीत चौहान दो आबकारी निरीक्षक और दो बाबू समेत कल 6 लोगों को सस्पेंड कर दिया है जबकि जनपद में ओवर रेटिंग डाइल्यूशन और शराब तस्करी के लिए कुख्यात सहायक आबकारी आयुक्त लवानिया डिप्टी एक्साइड कमिश्नर आलोक कुमार और जॉइंट एक्साइज कमिश्नर दिलीप कुमार मणि त्रिपाठी को सौदेबाजी के बाद आबकारी आयुक्त आदर्श सिंह ने बचा लिया है। इस घोटाले में आबकारी आयुक्त के स्तर से की जा रही कार्रवाई में उपरोक्त लोगों के पर्यवेक्षणिया दायित्व की अनदेखी की गई है। कहां जा रहा है कि अपनी जान बचाने के लिए उपरोक्त अधिकारियों ने करोड़ों रुपए खर्च किए हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक डिस्टलरी का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है और यहां तैनात सहायक आबकारी आयुक्त समेत 6  लोगों के खिलाफ सस्पेंशन की कार्रवाई की गई है।

भ्रष्टाचार के लिए प्रदेश भर में बदनाम है आबकारी आयुक्त

आदर्श सिंह भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के लिए प्रदेश भर में बदनाम है। बीते ग्रीष्मकालीन सत्र में लोकायुक्त की रिपोर्ट विधानसभा पटल पर रखी गई थी जिसमें बाराबंकी में इनके खिलाफ घोटाले की जांच करने वाले लोकायुक्त ने इन्हें दोषी पाया था और उनके खिलाफ कार्रवाई की  संस्तुति भी की थी।

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