विभाग में पोस्टिंग के दौरान अर्जित की संपत्तियां:

लखनऊ। अपनी पोस्टिंग के दौरान किस तरह से आबकारी विभाग के अधिकारियों ने लूट मचाई है और अपनी संपत्ति का विवरण भी नहीं दे रहे हैं विभाग इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है क्योंकि इस हमाम में सभी नंगे हैं।
अवध भूमि न्यूज़ के पास वर्तमान में डिप्टी कार्मिक कुमार प्रभात चंद का एपीआर हाथ लगा है जिसमें उनकी लखनऊ की एक संपत्ति का विवरण दिया गया है। यह 2017 का बताया जा रहा है। इसमें स्वयं कुमार प्रभात चंद ने अपनी प्रॉपर्टी को किराए पर देने की बात कही गई है।
लखनऊ के मल्हौर इलाके में 0.0552 एकड़
इलाहाबाद के करछना तहसील में मुंगरी गांव में 1.0 566 एकड़
बाराबंकी जनपद के नवाबगंज तहसील के गला मऊ में 0.1557 एकड़ जमीन होने का पता चला है। लखनऊ बाराबंकी और इलाहाबाद में यह संपत्ति कुमार प्रभात चंद्र ने अपनी पोस्टिंग के दौरान बनाई है। ज्ञात संपत्ति की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। आखिर विभाग ने कुमार प्रभात चांद की पोस्टिंग के दौरान अर्जित संपत्ति को उनके आय के सापेक्ष क्यों नहीं जांच की है। यह भी पता लगाना चाहिए कि कुमार प्रभात चांद की पत्नी बेटे और बेटियों के नाम कितनी संपत्तियां उनकी पोस्टिंग के दौरान बनी है। इस समय कुमार प्रभात चंद्र मलाईदार पोस्टिंग यानी डिप्टी कार्मिक के पद पर हैं और ऐसी आशंका है कि 2017 के बाद भी उन्होंने कई प्रॉपर्टी बनाई है।
सूत्रों का कहना है कि लैब टेक्नीशियन अनिल वर्मा कार्मिक विभाग में तैनात इंस्पेक्टर प्रसेन राय राजकुमार यादव, वरिष्ठ लिपिक अमित अग्रवाल और टपरी कांड में आरोपी रहे तत्कालीन सहायक आबकारी आयुक्त डिप्टी एक्साइज कमिश्नर के परिजन के बैंक खातों और संपत्तियों की जांच की जाए तो कम से कम 500 करोड रुपए की अवैध संपत्ति का खुलासा हो सकता है।




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