प्रतापगढ़। डॉक्टर सोनेलाल पटेल मेडिकल कॉलेज के स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट ( एस एन सी यू) बच्चों का कब्रगाह बन गया है। मिली जानकारी के मुताबिक पिछले एक महीने में इलाज के लिए 126 नवजात शिशु एसएनसीयू में भर्ती किए गए जिसमें बेहतर इलाज के अभाव में नौ बच्चों ने दम तोड़ दिया जबकि 30 बच्चों को प्रयागराज स्थित स्वरूप रानी नेहरू मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया।
कागज पर चल रही है चिकित्सकों की ड्यूटी
जानकारी मिली है कि मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू के लिए दो डॉक्टरों की तैनाती है जिन्हें 8-8 घंटे के स्विफ्ट पर तैनात किया गया है लेकिन जानकारी मिली है कि रात्रि 8:00 के बाद कोई भी डॉक्टर यहां नहीं दिखाई देता सभी अपने घर चले जाते हैं ऐसी स्थिति में बच्चों की हालत बिगड़ने पर उन्हें नर्स के सहारे छोड़ दिया जाता है।
सीएमएस ने प्राचार्य और सीएमओ को उठहराया जिम्मेदार
मेडिकल कॉलेज में महिला बैंक की सीएमएस डॉक्टर रीना प्रसाद ने कहा कि एसएनसीयू की गंभीर स्थिति को लेकर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और सीएमओ को कई बार पत्र लिखा गया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।
डॉक्टरों की नियुक्ति में समय लगेगा: डॉक्टर सलिल श्रीवास्तव प्रिंसिपल
एसएनसीयू की गंभीर स्थिति के बावजूद प्रिंसिपल डॉक्टर सलील श्रीवास्तव पर इसका कोई असर होता नहीं दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है जब यह प्रक्रिया पूरी होगी तो डॉक्टरों की तैनाती की जाएगी। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों की नियुक्ति के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कई बार कहा गया लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान ही नहीं दिया।
बजट मेडिकल कॉलेज के पास डॉक्टरों की तैनाती न होने के लिए वही जिम्मेदार
इस बीच मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने पूरे मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा है कि बजट मेडिकल कॉलेज के पास है फिर वह डॉक्टरों की तैनाती क्यों नहीं कर पा रहा है।
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