अयोध्या। 22 जनवरी को भगवान राम की मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती नहीं शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सभी वैदिक और सनातन धर्म के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है इसलिए हम प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि भगवान राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा उनकी परंपरागत सेवा करने वाले संत समुदाय के किसी सन्त द्वारा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक राजनीतिक व्यक्ति द्वारा भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करना सभी प्रकार के सनातन धर्म के नियम और आचार्य संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है ऐसे में मैं इस अनुचित कार्य में सम्मिलित नहीं हो सकता।
More Stories
आबकारी मुख्यालय में दिव्य प्रकाश गिरी के मुखबिर कौन
69 हजार शिक्षकों पर इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले पर सुप्रीम कोर्ट की रोक:
मेंटर पोर्टल फर्जी तो उसके आकड़े क्यों स्वीकार कर रहा आबकारी विभाग: