लखनऊ। रिटायरमेंट से पहले संजय भूसरेड्डी पूरे विभाग में जमकर तांडव कर रहे हैं। मनमाने ढंग से लोगों को सस्पेंड कर रहे हैं। शासन के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए कई इंक्रीमेंट रोककर बहाल कर रहे हैं। और अब तो हद हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश के बावजूद आबकारी महकमे में ऑनलाइन ट्रांसफर पोस्टिंग की व्यवस्था समाप्त कर दी गई है अर्थात मुख्यमंत्री के पारदर्शी स्थानांतरण नीति को संजय भूसरेड्डी और कमिश्नर सेंट्रल पांडियन सी ने मानने से इनकार कर दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक आबकारी मुख्यालय में तैनात उपायुक्त कार्मिक एवं स्थापना एके सिंह और अपर आबकारी आयुक्त सत्य प्रकाश नेट ट्रांसफर पोस्टिंग की दुकान खोल दी है। सूत्रों की बात पर यकीन करें तो मनचाही पोस्टिंग के लिए मुंह मांगी रकम मांगी जा रही है। अभी तक ऑफलाइन लगभग एक दर्जन से ज्यादा इंस्पेक्टर की पोस्टिंग की जा चुकी है।
इधर सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि आबकारी महकमे में लगभग 4900 पदों पर कार्यरत समूह क से लेकर घ तक के बहुत से अधिकारियों कर्मचारियों का सर्विस बुक अपडेट नहीं किया गया है। सर्विस बुक अपडेट नहीं करने की जो पहली वजह सामने आई है वह यह कि बहुत से अधिकारियों और कर्मचारियों को नियमों के विरुद्ध वर्षों से निलंबित रखा गया है यही वजह है कि ऐसे अधिकारी कर्मचारी जिन्हें नियमों के विरुद्ध दंडित किया गया है उनका विवरण मानव संपदा पोर्टल पर अपलोड नहीं किया जा रहा है। क्योंकि सभी अधिकारियों कर्मचारियों का मानव संपदा पोर्टल पर विवरण उपलब्ध नहीं है इसीलिए ऑनलाइन ट्रांसफर भी नहीं हो रहा है। इस बीच डिप्टी कार्मिक एके सिंह और अपर आयुक्त आबकारी सत्य प्रकाश के हस्ताक्षर से धड़ल्ले से ऑफलाइन ट्रांसफर जारी हैं।
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