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मुंबई। लोकसभा चुनाव को लेकर एक के बाद एक कई सर्वे में महाराष्ट्र में पिछड़ने के बाद भारतीय जनता पार्टी बेचैन थी ऐसे में उसने महाराष्ट्र विकास आघाडी को झटका देने के लिए इस बार शरद पवार की पार्टी को निशाना बनाया। पिछले 2 महीने से ईडी और सीबीआई शरद पवार की पार्टी के अजित पवार समेत करीब डेढ़ दर्जन विधायकों की फाइल लाइव कर दी थी जिसकी वजह से यह विधायक बेचैन थे आखिरकार दबाव की यह रणनीति काम आई और अजीत पवार समेत करीब 24 विधायक आज एनसीपी से अलग होकर महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा बन गए। अजित पवार पर भारतीय जनता पार्टी ने ही 40000 करोड़ रुपए से अधिक के घोटाले का आरोप लगाया था।
देवेंद्र फडणवीस के साथ अमित शाह से मिले थे अजीत पवार:
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 20 दिनों से अजीत पवार और देवेंद्र फडणवीस मिलकर रणनीति पर काम कर रहे थे और कहा जा रहा है कि इस पूरे मामले के सूत्रधार केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह रहे जिन के निर्देशन में आज की यह सफल बगावत अस्तित्व में आई है
अब से कुछ देर पहले राजभवन में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के 9 विधायकों ने शपथ ली है । अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। इस समय महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार के रूप में दो उप मुख्यमंत्री बन गए हैं।
एकनाथ शिंदे गुट में बेचैनी
आज के ताजा घटनाक्रम में सबसे ज्यादा बेचैनी एकनाथ शिंदे गुट में है कई विधायकों को लगता था कि उन्हें भी अवसर मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उनकी बेचैनी का क्या परिणाम होगा आने वाले समय में देखना दिलचस्प होगा।
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