लखनऊ। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार 2021 में चर्चित टपरी शराब कांड पर एक बार फिर एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट सक्रिय हो गया है। जानकार सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी तत्कालीन पर्यवेक्षण अधिकारियों को जल्द ही सम्मन कर सकता है। जानकार सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय के प्रारंभिक जांच में यह निष्कर्ष निकला है कि उस समय के कुछ अधिकारी सहारनपुर के टपरी स्थित सहकारी शराब फैक्ट्री में अवैध भंडारण उत्पादन और वितरण को सुनियोजित रूप से कार्यान्वित कर रहे थे। प्रवर्तन निदेशालय ने इस संबंध में छापेमारी के कार्रवाई की थी जिसमें कुछ दस्तावेज में आबकारी विभाग के ही कई बड़े अधिकारियों का इस घोटाले से तार जुड़ता नजर आया था।
इस प्रकरण में लखनऊ के तत्कालीन डिप्टी और मेरठ के जॉइंट समेत कई पर्यवेक्षण अधिकारी सवालों के घेरे में है। माना जा रहा है कि इस मामले में तत्कालीन प्रमुख सचिव संजय भूस रेड्डी ने अपने खास चहेतो को बचाने की कोशिश की थी। इस प्रकरण में अब प्रवर्तन निदेशालय फाइनल चार्ज शीट बनाने की तैयारी में है।
एक बिल्टी पर हो रही थी डबल निकासी: आबकारी विभाग को लगा था हजारों करोड़ का चूना
प्रवर्तन निदेशालय के छापे की कार्रवाई में यह तथ्य सामने आया था कि एक बिल्टी पर उन्नाव झांसी जौनपुर के गोदाम में दो-दो बार निकासी हुई थी और इस तरह से लगभग डेढ़ साल चले गोरख धंधे में विभाग को हजारों करोड़ों रुपए का राजस्व नुकसान हुआ था। इस मामले की तत्कालीन कमिश्नर गुरु प्रसाद और प्रमुख सचिव संजय भूसरेड्डी ने अपने स्तर से लीपा पोती करने की कोशिश की थी लेकिन संकेत मिल रहे हैं कि आने वाले कुछ समय में प्रवर्तन निदेशालय फिर बड़ी कार्रवाई करने जा रहा है।
जॉइंट ईआईबी जैनेंद्र उपाध्याय ने दबा रखा है शासन का पत्र
8 सितम्बर 2021 को पत्रांक संख्या: 152187/E 1/13 – 2023- 571 / 2021प्रमुख सचिव ने आबकारी मुख्यालय को एक पत्र भेज कर टपरी कांड के पर्यवेक्षण अधिकारी पर की गई कार्रवाई का विवरण मांगा था लेकिन कार्रवाई करने के बजाय इस पत्र को ही गायब कर दिया गया है। माना जा रहा है कि यह पत्र वर्तमान में जॉइंट अभिसूचना जैनेंद्र उपाध्याय के पास है और उसे दबा कर रखा गया है जिससे कि किसी भी जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ शासन द्वारा कोई कार्रवाई न हो सके।
प्रवर्तन निदेशालय ने 30 जुलाई 2021 को की थी छापेमारी की कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय ने सहारनपुर के टपरी स्थित मेसर्स कोआपरेटिव कंपनी लिमिटेड से जुड़े मामले में 30 जुलाई 2021 को प्रदेश के तीन स्थानों समेत कुल छह स्थानों पर एक साथ छापे मारे। यह मामला एक ही बिल्टी पर शराब की डबल निकासी का था । सहारनपुर, बरेली और जौनपुर में छापेमारी के दौरान प्रवर्तन निदेशालय ने भारी मात्रा में दस्तावेज, लैपटाप, हार्ड डिस्क, पेनड्राइव और 11 लाख रुपये कैश बरामद किया है।
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