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गंगा दशहरा पर बेल्हा देवी के घाट पर कुछ यूं दिखा नजारा:

11551 दीपों से जगमग हुआ बेला देवी मंदिर और घाट:


श्री गंगा दशहरा महोत्सव के पावन पर्व पर आज 16 जून को मां बेल्हा देवी धाम में रविवार की शाम दीप ही दीप जल रहे थे। घाट से लेकर मंदिर तक आदि मां सई गंगा का जयकारा लगाते भक्तों का सैलाब दिखाई पड़ रहा था। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी धाम में आयोजित गंगा दशहरा महोत्सव सफलता का इतिहास रचता नजर आया। बिजली की झालरों और फूल मालाओं से सजे धाम में शाम होते ही दीप जले तो ऐसा लगने लगा मानो चांद सितारे भी अपना प्रकाश लेकर इस महोत्सव में शामिल होने आ गए हो।
काशी से पधारे पुरोहितों ने जब मां सई गंगा की महा आरती व शंख बजा कर शुभारंभ किया जैसे लगा आज मां बेल्हा देवी धाम हरिद्वार काशी जैसा नजारा देख भक्तों ने जयकारे लगाकर पूरे मंदिर परिसर को भक्तिमय कर दिया। दीप जलाने व महा आरती में शामिल होने के लिए भक्तों का रेला उमड पड़ा था। हर कोई इस अद्भुत समय का लाभ लेना चाहता था।
अध्यक्ष मुन्ना भैया की देखरेख में कार्यक्रम संपन्न किए गए। मुन्ना भैया स्वयं सुबह से ही भक्तों को कोई दिक्कत ना हो इसके लिए जगह-जगह सारी व्यवस्था कराने में लगे हुए थे।
संयोजक रोशनलाल उमरवैश्य ने बताया कि इस बार 11551 दीपों से मां बेल्हा देवी धाम को जगमग किया गया। आदि मां गंगा सई की पौराणिकता को देखते हुए गंगा आरती की तरह विधि विधान से पांच पुरोहितो द्वारा घंटा, घड़ियाल और संख के गूंज रहे स्वरों के बीच मां सई गंगा की महा आरती की गई। अफसरो, समिति के कार्यकर्ताओं एवं श्रद्धालुओं, महिला, पुरुषों ने आस्था के साथ मां सई गंगा की महा आरती की। आकर्षण तब और बढ़ गया जब झाकियों का प्रदर्शन शुरू हुआ। कलाकारों द्वारा भक्ति गीत प्रस्तुत किए गए। एक ओर दीप जल रहे थे दूसरी ओर भक्ति संगीत की सरिता बह रही थी। रविवार होने के बावजूद धाम में विशाल मेले जैसा नजारा था।
जिलाधिकारी संजीव रंजन व पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल के निर्देशन में सभी अधिकारीगण पूरे महोत्सव को सफल बनाने में लगे रहे। भीड़ अधिक होने से पुलिस प्रशासन को काफी मेहनत करनी पड़ी। 10 थानो की पुलिस, महिला पुलिस और सीओ सिटी, सदर कोतवाल, एलआयू विभाग की देखरेख में पूरी मुस्तैदी से सुरक्षा व्यवस्था को अंजाम दे रहे थे।
भक्तों ने रंगोली बनाकर महोत्सव में और चार चांद लगा दिया था। दीपों से श्री गंगा दशहरा, शुभ लाभ, हर हर गंगे लिखकर भक्तों ने दीपोत्सव मनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। महा आरती के शुभारंभ होते ही आतिशबाजी का शुभारंभ हो गया था जो लगभग 2 घंटे तक चलता रहा। भक्त और महिलाओं बच्चों ने दीप जलाने व आतिशबाजी का आनंद लेकर सेल्फी लेने की होड़ लगी रही।
आरती और झांकी मंचन एवं भजनों का आनंद लेने के बाद श्रद्धालुओं ने प्रसाद भी लिया। इस मौके पर संयोजक रोशनलाल उमरवैश्य ने प्रमुख पदाधिकारियों के साथ श्रद्धालुओं को नदी संरक्षण, जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दिलाया। श्री उमरवैश्य ने कहा कि यह पर्व नदियों के महत्व को समझने एवं उन्हें संजोने का है, नदिया हमारी जीवन रेखा है।
महोत्सव को भव्य बनाने में संतोष कुमार, छेदीलाल, देवानंद, परमानंद मिश्रा, शिवेश शुक्ला, सुरेश अग्रवाल, आदर्श कुमार उमरवैश्य, सूरज उमरवैश्य, आशीष कुमार, व्यवस्थापक मंगला प्रसाद रघ्घू पंडा, जग्गू पंडा, मनोज पंडा,विवेक कुमार, जगदम्बा पंडा, मोनू पंडा, अरविंद सिंह, रंगीली पंडा, दीपक सिंह, दिव्यांशु महाराज, देव शंकर मिश्र, रूद्र शुक्ला, गणेश, प्रदीप, अमन, सुरेश मास्टर, प्रमोद,प्रीति सोनी, प्रिया सोनी, खुशी पांडे आदि उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक सतपाल अंतिल सपत्नी पूजन अर्चन कर मां सई गंगा की महा आरती की। कार्यक्रम में एसडीएम सदर, एडिशनल एसपी, सीओसिटी, एडीएम, रविंद्र केसरवानी सभासद, सुरेश चंद पांडे नेताजी, आलोक पांडे, शैलेंद्र मिश्रा, आरबी सिंह, कुमकुम केसरवानी, पूनम गुप्ता, रेखा उमरवैश्य आदि हजारों की संख्या में भक्तजन ने आरती उतारी।

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