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कमिश्नर की मदद से वेब ग्रुप ने रची बियर लाइसेंसी की दुकान और गोदाम हड़पने की साजिश: बड़े खुलासे से कारोबारियों में मचा हड़कंप:

लखनऊ। शराब माफिया पोंटी चड्ढा का वर्चस्व समाप्त करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जितने कदम उठाए थे उस पर कमिश्नर सेंथिल पांडियन सी ने पानी फेर दिया है। जानकारी मिल रही है कि वेब ग्रुप एक बार फिर सक्रिय हो गया है और कमिश्नर सेंथिल पांडियन सी की मदद से उत्तर प्रदेश में बीयर लाइसेंसी की दुकान और गोदाम हड़पने की साजिश रच रहा है। कमिश्नर सेंथिल पांडियन सी ने वेब ग्रुप को फायदा पहुंचाने के लिए चालू सत्र के लिए घोषित बियर पॉलिसी में अमेंडमेंट करते हुए अप्रैल मई और जून के लिए 7% अधिक कोटा आवंटित किया। जबकि बियर लाइसेंसी कहते रहे हैं कि पुराने लक्ष्य के अनुसार ही बिक्री नहीं हो रही है उस पर 7% अधिक कोटा तय कर देने से लाइसेंसी की कमर टूट गई है और उनकी सुनवाई नहीं हो रही है।

अपर आबकारी आयुक्त लाइसेंस की अनुज्ञापी को धमकी: लक्ष्य के अनुसार नहीं हो रही बिक्री तो छोड़ दें दुकान

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अपर आबकारी आयुक्त लाइसेंस हरिश्चंद्र जोकि खुलेआम कंपनी के लिए काम करते हैं उन्होंने बीयर अनुज्ञापियों को धमकी दी है कि अगर तय कोटा नहीं उठा पा रहे हैं तो दुकान छोड़ दें। कहा तो यहां तक जा रहा है कि कंपनी ने fl2 और बियर लाइसेंसी को परेशान करने के लिए अपनी डिस्टलरी से आपूर्ति को नियंत्रित कर दिया है। दूसरी ओर बियर लाइसेंसी को निर्धारित कोटा नहीं उठाने के लिए जिम्मेदार मांगते हुए दुकान का लाइसेंस निरस्त करने की धमकी दी जा रही है। जानकारों का मानना है कि यह सब एक रणनीति का हिस्सा है। कंपनी के इशारे पर आबकारी आयुक्त लाइसेंस हरिश्चंद्र यह सब कर रहे हैं। बियर लाइसेंसी को हरिश्चंद्र के माध्यम से कंपनी ऑफर कर रही है कि वह दुकान वेब ग्रुप के लोगों के हवाले कर दें और बदले में निश्चित रकम महीने में उन्हें मिलती रहेगी ऐसा न करने पर दुकान निरस्त कर दिया जाएगा और सिक्योरिटी भी लैप्स हो जाएगी।

कमिश्नर के इशारे पर रची जा रही साजिश:

इस पूरे मामले में कमिश्नर की भूमिका बेहद संदिग्ध है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि चालू सत्र के लिए निर्धारित बियर पॉलिसी में संशोधन क्यों किया गया। कहा जा रहा है कि कंपनी के इशारे पर कमिश्नर और हरीश चंद्र मिलकर या खेल खेल रहे हैं। वह बीयर लाइसेंसी को इतना परेशान करना चाहते हैं कि मजबूर होकर दुकानदार कंपनी के सामने सरेंडर कर दें। कमिश्नर के इस खतरनाक खेल के खुलासे के बाद बीयर लाइसेंसी सकते में हैं।

कमिश्नर के खेल से मैडम हैरान:

सूत्रों की बात पर भरोसा करें तो हाल ही लिकर एसोसिएशन के लोगों ने प्रमुख सचिव मैडम बीना कुमारी मीणा से मिलकर अपनी व्यथा बताई। मैडम के सामने जब इस पालिसी में हुए खेल का खुलासा हुआ तो वह भी हैरान रह गयी। उन्होंने संशोधन को रद्द करने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजने का आश्वासन तो दिया लेकिन तुरंत कुछ होता हुआ नहीं दिख रहा है इस बीच कमिश्नर और हरिशचंद का उत्पीड़न बढ़ता जा रहा है।

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