अवधभूमि

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वाराणसी।उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में पुलिस ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए 1 करोड़ 12 लाख रुपए की अवैध विदेशी शराब की बड़ी खेप पकड़ी।शराब पंजाब से तस्करी कर बिहार भेजी जा रही थी।

यह कार्रवाई अलीनगर थाना पुलिस,एसओजी टीम और बिहार की एंटी लिकर यूनिट की संयुक्त सूचना और अभियान के तहत की गई।चेकिंग के दौरान जब ट्रक की तलाशी ली गई तो पुलिस को शक हुआ,बोरियों को हटाने पर पीछे छुपाकर रखी गई 720 पेटियां अवैध विदेशी शराब बरामद हुईं।मौके पर ही पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया और पंजाब निवासी ट्रक चालक को गिरफ्तार कर लिया।

वाराणसी में ज्वाइंट एक्साइज कमिश्नर दिनेश प्रताप सिंह रिटायर हो चुके है तथा डिप्टी एक्ससाइज कमिश्नर प्रदीप दुबे वाराणसी के अपने कार्यालय से अक्सर गायब रहते है। दिसंबर24 से इनके स्तर से कोई मुआइना नही हो रहा जिसका फायदा  शराब माफिया उठा रहे हैं और प्रतिदिन चन्दौली के रास्ते हरियाणा पंजाब की शराब बिहार जा रही है। इतना ही नही पंजाब हरियाणा की शराब चन्दौली और बनारस में भी बिकने की सूचना है।

शराब तस्करो को था मेरठ में ज्वाइंट बदलने का इंतजार:

वास्तव में शराब तस्करों को मेरठ में जॉइंट एक्साइज कमिश्नर बदलने का इंतजार था जैसे ही दिलीप मणि त्रिपाठी को मेरठ का जॉइंट बनाया गया पंजाब और हरियाणा के शराब माफिया ने जश्न मनाया। इस जश्न मनाने की वजह यह रही है कि दिलीप मणि त्रिपाठी शराब तस्करी और शराब माफिया के प्रति हमदर्दी रखते रहे हैं। सहारनपुर की टपरी में  बंद पड़ी कोऑपरेटिव डिस्टलरी को चालू करके दो सालों तक आबकारी विभाग के अधिकारियों ने अवैध शराब का उत्पादन किया और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 300 करोड़ से अधिक की शराब अवैध रूप से तस्करी के जरिए बेची गई उनमें जिन जिलों का नाम प्रमुखता से लिया जाता है उसमें मुरादाबाद बदायूं उन्नाव कानपुर और जौनपुर का भी नाम शामिल है। जिस समय जौनपुर में सहारनपुर के टपरी की अवैध शराब लगभग डेढ़ वर्ष तक बेरोक टोक बेची जाती रही उस अवध में वाराणसी के डिप्टी एक्साइज कमिश्नर दिलीप मणि त्रिपाठी ही रहे। माना जा रहा है कि यह शराब उनकी जानकारी में बिक रही थी। टपरी शराब कांड की जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा था और उसमें पर्यवेक्षण अधिकारी के रूप में जिन अधिकारियों को सवालों के घेरे में रखा गया था उसमें दिलीप मणि त्रिपाठी का भी नाम था लेकिन अपने जुगाड़ और पैसे के दम पर करवाई से न केवल बच गए बल्कि वर्तमान कमिश्नर की कृपा से प्रोन्नति भी पा गए। बताया जा रहा है कि रविवार को चंदौली में बड़ी मात्रा में जो शराब पकड़ी गई उसे सहारनपुर के रास्ते से ही यूपी में प्रवेश मिला था यानी जॉइंट एक्साइज कमिश्नर का शराब माफियाओं में कोई भय नहीं था।

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