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कलेक्शन सेंटर से ही शुरू हो जाती है गांजा तस्करी:

लखनऊ। देवीपाटन मंडल में  बड़े पैमाने पर गांजा तस्करी की शिकायत पर बलरामपुर श्रावस्ती गोंडा और बहराइच में कमिश्नर ने विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। जानकारी मिली है कि भांग की दुकानों पर बड़े पैमाने पर गंजे की बिक्री और तस्करी हो रही है। कहां जा रहा है कि इन जनपदों में जो भी कलेक्शन सेंटर हैं वहां पर भांग के साथ-साथ गांजा भी स्टोर किया जाता है और यह कुछ चिन्हित भांग की दुकानों के माध्यम से जनपदों में बेचा जाता है। यह भी चर्चा है कि यह सब डिप्टी एक्साइज कमिश्नर की जानकारी में चल रहा है इस खेल में जिला आबकारी अधिकारी भी शामिल बताया जा रहे हैं। सूत्रों की बात पर यकीन करें तो इन जनपदों में प्रत्येक महीने लगभग 15 करोड़ से अधिक का गांजा अवैध रूप से बिक जाता है और यह तस्करी नेपाल तक होती है। प्रयागराज जनपद के रहने वाला एक बड़ा गांजा तस्कर यहां पर आबकारी अधिकारियों की मिली भगत से तस्करी का साम्राज्य चला रहा है।  डिप्टी एक्साइज कमिश्नर जो इस समय देवीपाटन मंडल के प्रभारी हैं कहां जा रहा है कि जब डिप्टी लाइसेंस के रूप में कार्यरत थे तभी से इन गांजा तस्करों के संपर्क में थे। मिली जानकारी के मुताबिक गोंडा बहराइच बलरामपुर और श्रावस्ती में बड़े पैमाने पर कलेक्शन सेंटर और भांग की दुकानों से गांजा की बिक्री और तस्करी चल रही है।

वाराणसी में है गांजा तस्करों के गोदाम

मिली जानकारी के मुताबिक उड़ीसा और छत्तीसगढ़ के रास्ते सोनभद्र और वाराणसी में गांजा तस्करों का सबसे ताकतवर नेटवर्क बताया जाता है। यह भी कहां जा रहा है कि वाराणसी में गांजा तस्करों ने अपना गोदाम बना लिया है। मिली जानकारी के मुताबिक पिछले वर्ष कुंभ में लगभग 1200 करोड रुपए तक का गांजा अवैध रूप से बेचा गया।

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