
नई दिल्ली। 24 घंटे पहले जम्मू कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा ने दावा किया था कि कश्मीर में आतंकवाद समाप्त हो गया है और अगले 6 महीने में हम इसे पूरी तरह सुरक्षित बना देंगे लेकिन आज पहलगाम में जिस प्रकार से हिंदू पर्यटकों का नरसंहार किया गया उसे एक बार फिर कश्मीर में केंद्र सरकार के दावे की पोल खुल गई। आज की घटना ने 1990 में कश्मीरी पंडितों के नरसंहार की याद ताजा कर दी। उसे समय भी केंद्र में भाजपा के सहयोग से बीपी सिंह के नेतृत्व में सरकार चल रही थी और कश्मीरी पंडितों के नरसंहार को नहीं रोका जा सका।
आज एक बार फिर मिलिट्री की इंटेलिजेंस यूनिट की पर सवाल उठे हैं। मोदी सरकार में पुलवामा के बाद यह दूसरी बार हुआ है जब मिलिट्री खुफिया की इतने बड़े पैमाने पर फैलियर सामने आई है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि इतनी बड़ी मात्रा में आतंकी बॉर्डर पार करके अंदर कैसे आए और यदि यह स्थानीय आतंकी थे तो इसकी भनक खुफिया विभाग को क्यों नहीं लगी।
पहलगाम पर्यटक हमले में हताहतों की संख्या आधा दर्जन से अधिक, घटना की प्रारम्भिक स्थिति का ग्रह मंत्रालय के अफसरों के साथ आंकलन करने बाद ग्रह मंत्री अमित शाह दिल्ली कश्मीर के लिए रवाना हो रहे हैं,इससे पहले अरब दौरे पर गये पीएम मोदी ने पहलगाम फायरिंग की घटना बाद ग्रह मंत्री से फोन पर बातचीत की और घायल पर्यटकों के उपचार की सम्बन्धित निर्देश दिये गये हैं, पहलगाम में पर्यटक का नाम पूछकर गोली मार देने की घटना की निंदा करते हुए पीएम मोदी ने X पर साफ कहा है नृशंस घटना को अंजाम देने वालों को कतई बख्शा नहीं जायगा और आतंकवाद के विरुद्ध अधिक दृढ़ता से निपटा जायगा। पहलगाम की घटित आतंकी घटना विशेष ध्यान दिलाने पाने का कारण इसलिए भी है कि अमरीका के उपराष्ट्रपति JD Bains परिवार सहित तीन दिन के दौरे पर सोमवार को नई दिल्ली पहुँच हुए हैं और यात्रा के दूसरे दिन आगरा के ताजमहल और गुलाबी शहर जयपुर का भ्रमण कार्यक्रम भी है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जो दावा किया जा रहा था वह भी तार तार हो चुका है। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेन्स की अगवानी और सुरक्षा में जहां केंद्र सरकार व्यस्त है वहीं कश्मीर में व्यापक नरसंहार की घटना से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की मजबूत राष्ट्र के छवि को नुकसान हुआ है।
More Stories
नड्डा का कार्यकाल समाप्त:
प्रज्ञा के लिए मौत की सजा:
अमेरिकी दौरा रद्द: