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लखनऊ। पिछले 48 घंटे से जारी बिजली संकट के बीच सरकार ने कड़ा कदम उठाते हुए संविदा पर कार्यरत 650 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है।
650 आउटसोर्सिंग संविदाकर्मियों के सेवा समाप्त कर दी गई है. जिन कर्मियों की सेवा समाप्त हुई है, उनमें पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के 242 कर्मी, मध्यांचल वितरण निगम 110 कर्मी, पश्चिमांचल में 60 और दक्षिणांचल 38 कर्मियों पर कार्रवाई हुई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विद्युत कर्मियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अराजकता फैलाने वाले बिजली कर्मी सूचीबद्ध होंगे. बिजली फीडर बंद करने वालों पर कार्रवाई होगी. वहीं उर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि अगर किसी कर्मी ने विद्युत लाइन में फॉल्ट किया तो उसको आकाश-पाताल से भी ढूंढ निकालेंगे. कोर्ट का सख्त आदेश है कि विद्युत आपूर्ति बाधित न हो. उर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि संगठन के नेताओं के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया गया है. सभी के खिलाफ कार्रवाई होगी. बता दें कि बीते गुरुवार से राज्य के बिजली कर्मचारी हड़ताल पर हैं. आज कर्मचारियों की हड़ताल का तीसरा दिन है. हड़ताल से कई जिलों में विद्युत व्यवस्था चरमरा गई है.
बिजली कर्मचारी संगठन ने कहा मरते दम तक संघर्ष करेंगे
इधर सरकार की कार्रवाई के बावजूद बिजली कर्मचारियों के संगठन ने नहीं झुकने का संकेत देते हुए कहा है कि सरकार जितना भी मर्जी उत्पीड़न कर ले हम मरते दम तक संघर्ष जारी रखेंगे।
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