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नई दिल्ली। नई संसद के उद्घाटन अवसर पर मुस्लिम मतों का जुगाड़ करने के लिए इस अवसर पर कई मुस्लिम विद्वानों को भी बुलाया गया। नई संसद में उन्होंने नात पढ़ी और तिलावत दी। प्रधानमंत्री खामोशी से सुनते रहे इसका विभिन्न समाचार चैनलों पर सीधा प्रसारण भी हुआ। माना जा रहा है कि 2024 के मुश्किल जंग के लिए भारतीय जनता पार्टी मुसलमानों का वोट पाने के लिए बेताब है। आने वाले समय में अगर भाजपा मुस्लिम वोट के लिए दरवाजे पर नजर आए तो किसी को हैरानी नहीं होनी चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी का यह कदम हैरान करने वाला है क्योंकि उसके तमाम शीर्ष नेता योगी आदित्यनाथ साध्वी प्रज्ञा गिरिराज किशोर जैसे लोग अक्सर मुसलमानों को भला बुरा करते रहते हैं। यह भाजपा का ह्रदय परिवर्तन है या चुनावी पैंतरा यह तो आने वाले समय में ही पता चल पाएगा। फिलहाल जानकार इसे चुनावी हथकंडा मान रहे हैं।
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