
नई दिल्ली। आर्थिक रूप से कंगाली का सामना कर रहे हैं पाकिस्तान को भारत सरकार के एक फैसले के बाद बड़ी राहत मिल गई और वह कंगाली से उबर गया।
दरअसल अभी तक भारत दुनिया का सबसे बड़ा बासमती चावल निर्यातक देश था और इस निर्यात से भारत का विदेशी मुद्रा भंडार में काफी बढ़ोतरी होती थी लेकिन सरकार द्वारा बासमती चावल के निर्यात शुल्क में बढ़ोतरी के बाद बासमती चावल आयात करने वाले देशों ने पाकिस्तान का रुख किया परिणाम या हुआ कि पाकिस्तान के बासमती चावल निर्यात में 200% का इजाफा हो गया जबकि भारत को हजारों करोड डॉलर का चूना लग गया।
लंबे घाटे के बाद भारत ने निर्यात शुल्क घटाया लेकिन उसके बावजूद इसका असर नहीं हुआ और अब भी पाकिस्तान से यूरोप और अरब देशों में बड़ी मात्रा में बासमती चावल निर्यात हो रहा है। पाकिस्तान को अकेले बासमती चावल निर्यात से ही बड़ी विदेशी मुद्रा प्राप्त हुई और उसके रुपए के मूल्य में भी सुधार हो गया। वहां इसका श्रेय भारत सरकार के फैसले को ही दिया जा रहा है।
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