लखनऊ। पहले विधानसभा में सत्ता पक्ष के लिए खुलकर बैटिंग करने वाले राजा भैया ने भाजपा को जहां राहत दी वही बाद में राज्यसभा चुनाव के लिए बीजेपी कैंडिडेट को ऐलान करके मतदान किया तब यह माना जा रहा था कि जल्द ही उनके नेतृत्व वाला जनसत्ता दल भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा बनेगा उन्हें लोकसभा में कम से कम कौशांबी लोकसभा क्षेत्र मैं भागीदार बनाया जाएगा लेकिन अब ऐसा होता नहीं प्रतीत हो रहा है। लोगों ने यहां तक कहा था कि जनसत्ता दल एनडीए में शामिल होकर प्रदेश सरकार में भागीदार बनेगा और एक बार फिर राजा भैया कैबिनेट मंत्री बनेंगे लेकिन इस सब मामले को लेकर बीजेपी खेलने में पूरी तरह खामोशी है और अब यह चर्चा हो रही है कि राज्यसभा चुनाव के बाद भाजपा का रवैया बदल गया है। इस समय जो कुछ नजर आ रहा है उससे तो यही प्रतीत हो रहा है कि भारतीय जनता पार्टी में राजा भैया विरोधी खेमा प्रभावित हो गया है और आसानी से जनसत्ता दल को एनडीए का हिस्सा नहीं बनने देगा।
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