रविवार को मुख्यालय पर मुबारक अली और कमिश्नर ने इंस्पेक्टर की डीपीसी से पहले क्यों मिले इसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं:
प्रयागराज। बिना किसी तय कार्यक्रम के अचानक कमिश्नर रविवार को आबकारी मुख्यालय पहुंचे। कार्मिक विभाग के सहायक आबकारी आयुक्त मुबारक अली भी वहां मौजूद थे उनके साथ चर्चित इंस्पेक्टर प्रसेन रॉय के अलावा कुछ और अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे। गोपनीय ढंग से कई इंस्पेक्टर की पत्रावली की स्क्रीनिंग की खबर है। आबकारी आयुक्त को रविवार को मुख्यालय में आना पड़ा और सहायक आबकारी आयुक्त के सात गोपनीय बैठक करनी पड़ी। इसको लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। सबसे बड़ा सवाल यही उठ रहा है कि इससे पहले कभी भी किसी भी डीपीसी से पहले इस तरह कोई बैठक नहीं की गई। आखिर ऐसा कौन सा जरूरी काम आ पड़ा जिसकी वजह से डीपीसी से पहले आबकारी आयुक्त को मुख्यालय आना पड़ा और क्या कारण है कि वह कार्य दिवस में यह बैठक नहीं कर पाए। क्या इंस्पेक्टर से सहायक आबकारी आयुक्त की पदोन्नति में कोई खेल होने वाला है या कुछ ऐसा है जिसे छुपाने की मंशा है फिलहाल इसका खुलासा कल हो पाएगा। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कल लखनऊ में इंस्पेक्टर से सहायक आपकारी आयुक्त के लिए विभागीय पदोन्नति होनी है और इसी सिलसिले में आज यह खास बैठक हुई है। मुबारक अली जो अक्सर चर्चा में रहते हैं उनके साथ कमिश्नर की मीटिंग तरह-तरह के सवाल खड़े कर रही है।
टपरी कांड पर भी हो सकता है बड़ा धमाका:
सुनने में आया है कि टपरी कांड की नए सिरे से जांच चल रही है
और अभी तक शान द्वारा भेजे गए 8 सितंबर 2023 के पत्र का जवाब मुख्यालय द्वारा नहीं भेजा गया जिसको लेकर शासन में काफी नाराजगी है उसको लेकर भी आज की इस गोपनीय मीटिंग में चर्चा हुई है। खबर यह भी है की टपरी कांड में पर्यवेक्षक दायित्व में विफल रहने वाले जॉइंट एक्साइज कमिश्नर जैनेंद्र उपाध्याय और जॉइंट एक्साइज कमिश्नर दिलीप मणि त्रिपाठी के अलावा एक अन्य अधिकारी की कुंडली खंगाली गई। कहा जा रहा है कि इस मामले में जल्द ही कुछ अधिकारियों पर गाज गिरने वाली है।
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