नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की फायर ब्रांड नेता उमा भारती ने बिना ओबीसी आरक्षण के महिला आरक्षण विधेयक लोकसभा में पास होने के बाद कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि यह पार्टी पिछड़ों की दुश्मन है और इस विधेयक में बिना ओबीसी आरक्षण के पास हो जाने के बाद यह साबित भी हो गया है।
एक निजी समाचार चैनल से बातचीत करते हुए उमा भारती ने कहा कि मैं 1996 में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवे गौड़ा से निवेदन किया था कि बिना ओबीसी आरक्षण इस विधेयक को ना प्रस्तुत करें उन्होंने मेरी बात मानी थी इसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने भी मेरी सलाह पर अमल करते हुए बिना ओबीसी आरक्षण के इस विधेयक को लोकसभा में प्रस्तुत नहीं किया इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मैंने ओबीसी आरक्षण के बिना इस विधेयक को नहीं प्रस्तुत करने के लिए निवेदन किया था लेकिन मेरी कोई सुनवाई नहीं भी और बिना ओबीसी आरक्षण के इस महिला आरक्षण विधेयक को पास करके सरकार ने गरीब ओबीसी महिलाओं के संसद में पहुंचने के रास्ते की उम्मीद भी खत्म कर दी।
उमा भारती ने कहा कि संवैधानिक प्रावधानों में एससी एसटी को तो आरक्षण मिला हुआ है लेकिन ओबीसी महिलाओं को केवल आरक्षण प्रावधान से ही यह अधिकार मिल सकता था जिससे उनको जानबूझकर वंचित कर दिया गया है।
उमा भारती ने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी का जो भी वजूद है वह पिछड़ी जातियों की वजह से है लेकिन भाजपा को पिछड़ी जातियों की जरा भी चिंता नहीं है। पिछड़ी जातियां भी अब भारतीय जनता पार्टी के साथ अपने संबंधों के बारे में फिर से सोच सकती हैं। उमा भारती ने माना कि पिछड़ी जातियों के मन में भारतीय जनता पार्टी के प्रति संदेह पैदा हो गया है।
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