प्रयागराज। लंबे इंतजार के बाद आबकारी विभाग ने ग्रेडेशन लिस्ट जारी कर दी लेकिन इस ग्रेडेशन लिस्ट में सांख्यिकी विभाग को शामिल नहीं किया गया है। सांख्यिकी विभाग में इस समय जॉइंट डायरेक्टर स्टैटिसटिक्स के रूप में फर्जी रूप से तैनात जोगिंदर सिंह को बचाने के लिए सांख्यिकी विभाग को ग्रेडेशन लिस्ट से दूर रखा गया है।
क्यों उठ रहे हैं सवाल:
जॉइंट डायरेक्टर के रूप में फर्जी रूप से कार्यरत जोगिंदर सिंह से काम लेकर आबकारी आयुक्त एक बड़ा गुनाह कर रहे हैं जिससे आगे चलकर उन्हें फिर समस्या हो सकती है। आबकारी महकमें में केवल वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी का ही पद है जबकि जॉइंट डायरेक्टर जैसा पद अवैध और फर्जी रूप से क्रिएट किया गया है। सबसे बड़ा सवाल यही है कि आबकारी मुख्यालय में जो स्ट्रक्चर है उसके अनुसार यहां जो भी अधिकारी तैनात होंगे वह सहायक आबकारी आयुक्त से प्रारंभ होकर आयुक्त तक कहलाते हैं। ऐसे में सवाल यह है कि आयुक्तालय में निदेशक की तैनाती कैसे हो सकती है। दूसरा सवाल यह है कि अगर केवल वरिष्ठ सांख्यिकी अधिकारी का ही पद स्वीकृत है तो ऐसे में स्वीकृत पद के सापेक्ष कोई जॉइंट डायरेक्टर कैसे बन सकता है। यदि कोई जॉइंट डायरेक्टर बन गया है तो उसके नीचे डिप्टी डायरेक्टर असिस्टेंट डायरेक्टर जैसे पद पर कौन काम कर रहा है। मिलकर यह बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा है और कभी इसकी जांच हुई तो न केवल जॉइंट डायरेक्टर फर्जी बल्कि उनसे काम लेने वाले आबकारी आयुक्त भी अपनी जिम्मेदारी से नहीं बचेंगे।
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