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नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी को तीसरी बार केंद्र की सत्ता में आने से रोकने के लिए इंडिया गठबंधन बहुत बड़ी रणनीति पर काम कर रहा है। विश्वस्थ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सोनिया गांधी ने मायावती को इंडिया गठबंधन का चेहरा बनने के लिए राजी कर लिया है। मायावती के चेहरे पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को भी कोई एतराज नहीं है। जानकार सूत्रों का मानना है कि ममता बनर्जी ने भी इस पहल का स्वागत किया है।
इंडिया गठबंधन की इस रणनीति का खुलासा वरिष्ठ पत्रकार संतोष भारती ने किया है जो मायावती कैंप के भी काफी नजदीकी माने जाते हैं। उन्होंने दावा किया है कि बसपा सुप्रीमो मायावती इंडिया गठबंधन का चेहरा बनने के लिए राजी हो गई है। दरअसल उन्होंने जब अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं से इस बारे में सलाह लिया तो सभी ने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की इसके बाद मायावती ने अपनी रजामंदी दी।
इस खबर के वायरल होने के बाद भाजपा खेमे में हड़कंप मच गया इसके बाद सफाई देते हुए मायावती ने एक बार फिर अकेले चुनाव लड़ने का संकल्प दोहराया है लेकिन अभी भी अंदर खाने इंडिया गठबंधन की इस रणनीति पर काम जारी है और लोगों का मानना है कि 15 मार्च के बाद मायावती इस संबंध में कोई बड़ा ऐलान कर सकती हैं।
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जानकारों का मानना है कि यदि मायावती ने इंडिया गठबंधन का चेहरा बनना स्वीकार कर लिया तो भाजपा की चुनौती में भारी इजाफा हो सकता है। यह एक ऐसी रणनीति है जिसके लिए भारतीय जनता पार्टी फिलहाल तैयार नहीं है। अगर मायावती इंडिया गठबंधन की ओर से प्रधानमंत्री का चेहरा बनती हैं तो 10 से 15 परसेंट दलित वोट और आदिवासी वोट एक झटके में भाजपा से अलग हो जाएगा जो लोकसभा चुनाव की दृष्टि से बेहद निर्णायक हो जाएगा।
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