लालगंज, प्रतापगढ़। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा के तहत मंगलवार को केन्द्र की मोदी सरकार की कड़ी घेराबंदी की है। उन्होनें कहा कि अभिभाषण में थका हुआ निराशाजनक सरकार का चेहरा जनता के साथ हर कदम पर छलावा तथा धोखा व विश्वासघात को भी उजागर कर गया। अठारहवीं लोकसभा के गठन के बाद मंगलवार को संसद के पहले संयुक्त सत्र में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर प्रतापगढ़ की आवाज गूंजती देख यहां समर्थक व कांग्रेस कार्यकर्ता भी मगन दिखे। विपक्ष की ओर से उपनेता प्रमोद तिवारी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण में मंहगाई तथा बेरोजगारी व राष्ट्रीय सुरक्षा एवं किसानों तथा चुनावी चन्दा घोटाले के साथ एनडीए सरकार की असफलताओं का जिक्र न होने को लेकर राज्यसभा में तीखे हमले किये। उन्होनें कहा कि पिछले अड़तीस साल से सबसे बड़ी बेरोजगारी और पिछले चालीस वर्षो में दिन प्रतिदिन बढ़ती मंहगाई के साथ अभिभाषण में किसानों की आय बढ़ाने के समाधान का कोई जिक्र न होना मोदी सरकार का देश की जनता के साथ विश्वासघात है। उन्होने कहा कि नीट जैसी परीक्षाओं में भी सरकार की सुचिता न होने के चलते पेपरलीक से युवाओं के भविष्य को लेकर भी जिक्र न होना मोदी सरकार की सबसे बडी गैरजिम्मेदारानापन देश की जनता के सामने आया है। उन्होनें कहा कि देश के सीमावर्ती संवेदनशील राज्य मणिपुर के हालात पर भी सरकार की खामोशी अभिभाषण में चिंताजनक पहलू है। उन्होनंे अभिभाषण को लेकर चर्चा में कहा कि किसानी तथा खेती से लेकर मंहगाई व बेरोजगारी एवं आर्थिक अनियमितताओं के दोषियों को विदेश से वापसी न करा पाने जैसी समस्याओं के समाधान का भी अभिभाषण में सरकार कोई रूपरेखा तैयार न कर सकी है। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने मोदी सरकार के कालेधन को वापस लाने के दस साल के कार्यकाल को लेकर हुए वायदे में भी विफलता ही ओढ़ रखी है। वहीं उन्होने मोदी सरकार के दो करोड़ हर साल नौकरी के वायदे पर भी तंज कसते हुए कहा कि सरकार की नाकामी के चलते पिछले सात वर्षो में उत्पादन के क्षेत्र में चौवन हजार नौकरियां कम हो गयीं। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि दुनिया की बाजार में कच्चे तेल की कीमत कम होने के बावजूद डीजल व पेट्रोल के दामों में बढोत्तरी को लेकर भी सरकार पर कड़वा तंज कसा। उन्होनें कहा कि मोदी सरकार के राज में सुप्रीम कोर्ट की पहल के बाद अठारह हजार करोड़ रूपये के इलेक्ट्रॉल बाण्ड में घोटाले पर भी अभिभाषण में सरकार ने बेशर्मी के साथ चुप्पी साध ली है। उन्होनें कहा कि इस बार मोदी सरकार को लोकसभा में अपने बूते का समर्थन नहीं है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार इस बार एनडीए के सहयोगियों की बैशाखी पर टिकी होने के कारण अहम राष्ट्रीय मुददों पर राष्ट्रपति के अभिभाषण में खुद की जिम्मेदारी का जिक्र करने से परहेज करती दिखी है। उन्होनंे कहा कि पीएम मोदी ने पिछले सभी चुनावी वायदों में एक को भी पूरा न कर देश की जनता के साथ हर कदम पर छलावा ही करती आ रही है। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर कोरोना वैक्सीन को लेकर भी विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने जनता के जीवन से खिलवाड़ करने को लेकर भी तगड़ी खिंचाई की। विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि लददाख में देश के इक्कीस जवान शहीद हो गये। उन्होनें कहा कि मोदी सरकार चीन के अतिक्रमण को भी खत्म करने के लिए अभिभाषण में किसी भी कारगर पहल का जिक्र तक नहीं किया है। सदन में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ अग्रिम पंक्ति से अभिभाषण पर बोलते हुए विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने एनडीए सरकार की खामियों पर एक एक कर बिंदुवार हमले में सरकार की जनता के साथ छलावे तथा विश्वासघात पर तीखे आरोप जड़े। उन्होनें सरकार से सवाल दागा कि आर्थिक घोटाले के विदेश भाग चुके आरोपी आखिर अभी तक देश के कानून के सामने क्यों नहीं खड़े किये जा सके? उन्होनें किसान सम्मान निधि की प्रक्रिया को लेकर भी मोदी सरकार के द्वारा भेदभाव को लेकर भी अभिभाषण में कमजोर नीति को लेकर सरकार पर तीखे सियासी वार किये। मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल के हवाले से मंगलवार को यहां राज्यसभा में प्रमोद तिवारी के अभिभाषण को लेकर दिये गये वक्तव्य की जानकारी दी गयी।
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