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राकेश प्रसाद को मिला कई विभाग लूटने का ठेका:

ऐसी क्या मजबूरी कि राकेश प्रसाद ही जरूरी

शासन तक पहुंची जिला विकास अधिकारी राकेश प्रसाद की शिकायत

प्रतापगढ़। जनपद में कई सालों से तैनात जिला विकास अधिकारी राकेश प्रसाद जिन पर कई ब्लॉकों में खंड विकास अधिकारी के रूप में अतिरिक्त प्रभार के दौरान नरेगा के भुगतान में करोड़ों रुपए के घपले के आरोप लगे हैं इस समय उन्हीं के पास डीसी नरेगा डीसी एनआरएलएम परियोजना निदेशक ग्रामीण विकास अभिकरण तथा कुंडा बाबागंज समेत चार ब्लाकों का खंड विकास अधिकारी का अतिरिक्त प्रभार भी दे दिया गया है। ऐसे में आप सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है की राकेश प्रसाद में ऐसी क्या खूबी है की पूरा विकास भवन उन्हीं के हवाले कर दिया गया। दूसरा महत्वपूर्ण सवाल यह है कि जिस ब्लॉक के वह स्वयं खंड विकास अधिकारी है वहां पर नरेगा में किसी प्रकार के घपले घोटाले की शिकायत की जांच डीसी नरेगा के रूप में वह स्वयं करेंगे फिर वह जांच कितनी निष्पक्ष होगी।

राकेश प्रसाद का करीबी वेंडर स्वयम सहायता समूह की महिलाओं का लाखों रुपए लेकर फरार

राकेश प्रसाद का एक और कारनामा सामने आया है। वह डीसी एनआरएलएम है। यहां महिलाओं को स्टार्टअप किट आपूर्ति के नाम पर उनका एक नजदीकी वेंडर कई स्वयं सहायता समूह से लाखों रुपए लेकर फरार हो गया महिलाओं को स्टार्टअप किट भी नहीं मिला गंभीर प्रकरण को राकेश प्रसाद बहुत ही हल्के में लेते हैं और कहते हैं की शिकायत मिली तो जांच करेंगे।

बंद पड़े टी एच आर प्लांट फिर भी खरीदा जा रहा है लाखों रुपए का खाद्यान्न

प्रतापगढ़ जनपद में टी एच आर प्लांट अब तक चालू ही नहीं हुए और कई जगह स्थापित भी नहीं हुए फिर भी कागज पर या प्लांट चालू है और उसके लिए खाद्यान्न जैसी चीज की खरीद कागज पर ही हो रही है इस काम के लिए टेंडर कब जारी किया गया टेंडर में भाग लेने वाली फर्म का कोई विवरण उपलब्ध नहीं है। अपने चहेते एक महिला ब्लॉक मिशन मैनेजर के पति के फर्म पर लाखों रुपए का भुगतान किया जा चुका है।

10% दिए बिना नहीं हो रहा मनरेगा कामों का भुगतान:

राकेश प्रसाद पूरे जिले में मिस्टर 10% के नाम से मशहूर हो चुके हैं। आम चर्चा है कि वह विकास भवन के उच्च अधिकारी के नाम पर सभी ब्लॉक से 10 परसेंट वसूल रहे हैं और जो उनकी मांग नहीं पूरा कर रहा है उन ब्लॉकों में मनरेगा का भुगतान बाधित कर दिया जा रहा है। फिलहाल इसकी जांच करने पर कई बड़े घपले घोटाले सामने आ सकते हैं।

ट्रांसफर पोस्टिंग का धंधा

राकेश प्रसाद के पास जिला विकास अधिकारी समेत चार जिला स्तरीय पद हैं और इन विभागों में ट्रांसफर पोस्टिंग का धंधा चरम पर है। ग्राम विकास अधिकारियों के ट्रांसफर पोस्टिंग में कम से कम ₹50000 की वसूली हो रही है यह आम चर्चा है।

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