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धमकी वसूली और ब्लैकमेलिंग:

आबकारी आयुक्त आदर्श सिंह बने भ्रष्ट अधिकारियों के संरक्षक

प्रयागराज। तेज तर्रार आईएएस आदर्श सिंह के कमिश्नर बनने के बाद आबकारी आयुक्त मुख्यालय में भ्रष्टाचार और भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई की जो उम्मीदें पाली गई थी वह अब दम तोड़ रही है।

आबकारी आयुक्त के कार्यालय में मुबारक अली और शैलेंद्र तिवारी जैसे लोग दिखाई दे रहे हैं जो विभाग में ट्रांसफर और पोस्टिंग को एक इंडस्ट्री के रूप में स्थापित कर रहे हैं। इन अधिकारियों की नियुक्ति कार्मिक विभाग में नहीं है फिर भी वह कार्मिक विभाग से संबंधित तमाम चीजों को देख रहे हैं। कहां जा रहा है कि आबकारी आयुक्त इन्हीं के माध्यम से किसी को मनचाही पोस्टिंग देते हैं या फिर किसी सुनवाई के प्रकरण में लोगों को राहत देते हैं। यह दोनों ही अधिकारी बेहद ही विवादित माने जाते हैं।

जिला आबकारी अधिकारी सुशील मिश्रा चाहते हैं शराब की अवैध बिक्री डाइल्यूशन और मिश्रण से कमाई

पूरे इलाहाबाद में चर्चा का विषय है कि टेट्रा पैक वाली सभी देसी शराब में पानी की मिलावट की जा रही है। एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें एक लाइसेंसी दुकान पर टेट्रा पैक में सिरिंज से पानी मिलाया जा रहा था और सिरिंज से शराब निकाल कर रि पैकिंग की जा रही थी। उसे प्रकरण में विष्णु दत्त नाम का एक इंस्पेक्टर सवालों के घेरे में था लेकिन यह इंस्पेक्टर आयुक्त और जिला आबकारी अधिकारी का खास बताया जाता है कोई कार्रवाई नहीं हुई और अभी भी यह चीज जारी हैं।

सुनने में आया है कि आबकारी आयुक्त के नाम पर पूरे प्रदेश में वसूली चल रही है। अकेले प्रयागराज की बात करें तो प्रत्येक दुकान से ₹1000 मंथली वसूलने की चर्चा है इस तरह से लगभग 10 से 15 लाख रुपया अकेले प्रयागराज से वसूला जा रहा है इसी तरह से लखनऊ में भी वसूली जारी है। मजे की बात यह है कि यह सभी वसूली कमिश्नर के नाम पर हो रही है और कमिश्नर को ऐसी बातों पर गुस्सा नहीं आता बल्कि वह ऐसे भ्रष्ट जिला आबकारी अधिकारियों की मदद करते हैं।

प्रमुख सचिव से इंस्पेक्टर की की शिकायत दिखाई जिला आबकारी अधिकारी के प्रति हमदर्दी:

कमिश्नर डॉक्टर आदर्श सिंह कितने काबिल अधिकारी हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रमुख सचिव के साथ कल यानी मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग के दौरान जिला आबकारी अधिकारी सुशील मिश्रा की शान में कसीदे पढ़े और इंस्पेक्टर की शिकायत की। उन्होंने शिकायत में कहा कि प्रयागराज के इंस्पेक्टर जिला आबकारी अधिकारी की नहीं सुन रहे हैं और जिले में अवैध शराब की बिक्री पर रोक नहीं लग पा रही है। कमिश्नर ने यह नहीं बताया कि उनके चहेते जिला आबकारी अधिकारी स्वयं अवैध शराब की बिक्री उत्पादन और भंडारण को बढ़ावा दे रहे हैं।

टपरी कांड के आरोपीय अधिकारियों को कैसे मिले मलाईदार पद:

सितंबर 2023 में वर्तमान प्रमुख सचिव बिना कुमारी मीणा ने एक पत्र आबकारी मुख्यालय में लिखा था जिसमें टपरी कांड के पर्यवेक्षक अधिकारियों की भूमिका और उनका उत्तरदायित्व करने के संबंध में की गई कार्रवाई पर आख्या मांगी थी लेकिन उस पत्र को ही आबकारी मुख्यालय में दबा दिया गया यह काम करने वाले प्रसेन राय और राजकुमार जो की आबकारी मुख्यालय में लगभग 10 सालों से जमे हैं जिनका ट्रांसफर कभी नहीं हुआ वही इस समय आपकारी आयुक्त डॉक्टर आदर्श सिंह के एकदम करीबी बताया जा रहे हैं।

कमिश्नर के परिवार वालों से नजदीकियां क्यों बढ़ा रहे आबकारी अधिकारी

इस भी जानकारी मिली है कि मुख्यालय में तैनात कुछ अधिकारी और कुछ जिला आबकारी अधिकारी कमिश्नर डॉक्टर आदर्श सिंह के परिजनों से भी नजदीकी बढ़ा रहे हैं। सुनने में तो यह आया है कि कुछ अधिकारियों की सेवा भी डॉक्टर आदर्श सिंह के परिवार वाले ले रहे हैं खबर में कितनी सच्चाई है यह तो नहीं कहा जा सकता लेकिन बिना आग के धुआं नहीं उठता।

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