कृष्णानगर में कन्हैया कुंज कॉम्प्लेक्स से नकली शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार
लखनऊ।
कृष्णानगर थाना क्षेत्र के कानपुर रोड स्थित आवासीय कन्हैया कुंज कॉम्प्लेक्स में आबकारी टीम की छापेमारी में नकली शराब बनाने का काला कारोबार उजागर हुआ। छापे में प्रसिद्ध ब्रांडों की बोतलों में रिफिलिंग करके बेची जा रही नकली शराब का पूरा नेटवर्क सामने आया। मौके से चार लोगों को गिरफ्तार किया गया।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस अवैध शराब फैक्ट्री को विभाग के अंदर किसका संरक्षण प्राप्त था। जिस तरह से खुलेआम कॉम्प्लेक्स के भीतर लंबे समय से नकली शराब का कारोबार चलता रहा, उससे साफ है कि बिना विभागीय मिलीभगत के यह संभव ही नहीं था।
आबकारी विभाग की जिम्मेदारी शराब माफिया पर अंकुश लगाने और अवैध कारोबार रोकने की है, लेकिन विभाग का मौन और लापरवाही अब सीधे तौर पर संदिग्ध प्रतीत हो रही है। आखिर क्यों अब तक इस नेटवर्क पर कोई कार्रवाई नहीं हुई? क्या विभाग सिर्फ ऊपरी कार्रवाई कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ना चाहता है?
स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में नकली शराब की सप्लाई लंबे समय से होती आ रही थी, लेकिन आबकारी अधिकारियों ने कभी गंभीरता नहीं दिखाई। अब जब गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, तो लोग यही सवाल उठा रहे हैं कि—
- क्या जिम्मेदार अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी?
- या फिर हमेशा की तरह छोटे अपराधियों को पकड़कर मामला रफा-दफा कर दिया जाएगा?
स्पष्ट है कि अगर आबकारी विभाग अपने ही अधिकारियों की जवाबदेही तय नहीं करता तो नकली शराब का यह खेल भविष्य में और भी खतरनाक रूप ले सकता है।
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