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लखनऊ ज़ोन पर प्रीमियम शराब में मिलावट का आरोप, दिलीप मणि त्रिपाठी पर उठे सवाल

लखनऊ।
उत्तर प्रदेश आबकारी विभाग की साप्ताहिक वर्चुअल मीटिंग में बुधवार को महंगी शराब में बड़े पैमाने पर मिलावट का मुद्दा छाया रहा। आबकारी आयुक्त आदर्श सिंह ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई और सीधे तौर पर लखनऊ ज़ोन को कटघरे में खड़ा किया।

लखनऊ जोन के लखनऊ, कानपुर और देवीपाटन मंडल के सभी जनपदों में बड़े पैमाने पर प्रीमियम शराब में मिलावट खोरी की  शिकायत पर आबकारी आयुक्त आग बबूला हुए। वर्चुअल मीटिंग में यह मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि महंगी शराब की बोतल में सस्ती शराब भरी जा रही है और यह सब लखनऊ जोन में देखने सुनने में आ रहा है ।प्रभारी जॉइंट एक्साइज कमिश्नर दिलीप मणि त्रिपाठी इस समय विभाग की चर्चाओं के केंद्र में हैं। आयुक्त के अनुसार, लखनऊ ज़ोन में प्रीमियम ब्रांड की बोतलों में सस्ती क्वालिटी की शराब भरकर बाजार में खपाई जा रही है। सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या यह मिलावट डिस्टलरी लेवल से ही शुरू हुई? अगर हाँ, तो यह सीधे-सीधे शराब तस्करी का मामला है।

पंजाब-हरियाणा के तस्करों की लगी “लॉटरी”

सूत्रों का दावा है कि जब से दिलीप मणि त्रिपाठी को लखनऊ और मेरठ ज़ोन का चार्ज मिला है, पंजाब और हरियाणा के शराब तस्करों की “लॉटरी” लग गई है। सहारनपुर और मेरठ रूट से बिहार के लिए अवैध शराब की खेप जा रही है। बीते महीने लखनऊ में कई ट्रक शराब पकड़े जाने के बावजूद किसी पर कार्रवाई नहीं हुई।

पुराने आरोप भी फिर आए चर्चा में

दिलीप मणि त्रिपाठी पर पहले भी सवाल उठ चुके हैं। वाराणसी में डिप्टी एक्साइज कमिश्नर रहते हुए, सहारनपुर की टपरी डिस्टलरी से करोड़ों की अवैध शराब जौनपुर में खपाई गई थी। उस समय कार्रवाई के बजाय त्रिपाठी को प्रमोशन देकर जॉइंट कमिश्नर बनाया गया। विभाग के गलियारों में चर्चा है कि वे वर्तमान प्रमुख सचिव आबकारी के “करीबी और भरोसेमंद” अधिकारी हैं।

गांजा तस्करी की शिकायतों पर भी कार्रवाई नहीं

आबकारी आयुक्त के निर्देश के बावजूद, देवीपाटन मंडल के लगभग सभी जिलों में गांजा तस्करी की शिकायतों की जांच तक नहीं हुई। त्रिपाठी ने इस पर चुप्पी साधे रखी।

योगी सरकार की “जीरो टॉलरेंस” नीति पर सवाल

बड़ा सवाल यही है कि जब ऐसे अधिकारियों को संरक्षण मिलता रहेगा, तो क्या वाकई योगी सरकार की भ्रष्टाचार और अपराध के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति महज़ एक नारा बनकर रह जाएगी?


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