लखनऊ। आबकारी विभाग के प्रमुख सचिव संजय भूसरेड्डी सामान्य वर्ग के अधिकारी कर्मचारियों से किस तरह घृणा करते हैं अगर उसकी वांगी देखनी हो तो उनके स्तर पर की गई दंडात्मक कार्रवाई का विश्लेषण करने पर आरोपों की पुष्टि स्वत: हो जाती है।
जानकारी मिली है कि अपने कार्यकाल में संजय भूसरेड्डी के स्तर पर 194 से ज्यादा लोगों के निलंबन की पत्रावली बिना किसी निस्तारण के लंबित पड़ी हुई है। कई अधिकारी और कर्मचारी तो निलंबित अवस्था में ही रिटायर हो गए। यह भी जानकारी मिली है कि कुछ अधिकारी हाईकोर्ट का डायरेक्शन लेकर आए फिर भी संजय भूसरेड्डी के प्रकोप के चलते किसी ने राहत नहीं दी।
उत्तर प्रदेश में आबकारी गन्ना और चीनी तीनों विभागों में संजय भूसरेड्डी ने खुला जातिवाद फैला रखा है गैर दलित अधिकारी और कर्मचारियों के साथ दुश्मनों जैसा व्यवहार जारी रखे हैं।
तिलक तराजू और तलवार से नफरत
संजय भूसरेड्डी विभाग में ब्राह्मण क्षत्रिय और सहित सभी सामान्य जातियों से घृणा करते हैं और उनके मानसिक और शारीरिक शोषण का कोई भी अवसर हाथ से नहीं जाने देते। अवधूत भूमि न्यूज़ के पास संजय भूसरेड्डी द्वारा निलंबित अधिकारियों और कर्मचारियों का आंकड़ा मौजूद है जिन्हें किसी भी स्तर पर राहत नहीं मिल पा रही है और ना ही उनकी जांच में गति आ रही है।
मजे की बात यह है कि निलंबित अधिकारी कर्मचारियों की वजह से विभाग का कामकाज पूरी तरह ठप पड़ा हुआ है।
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