मुख्य परीक्षा की कॉपी बदलने के आरोप:
उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा सिविल जज (जूनियर डिवीजन) मुख्य परीक्षा-2022 में 50 अभ्यर्थियों की कॉपियां एक-दूसरे से बदल जाने के मामले में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने पांच अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए सफल घोषित किया है। आयोग ने शनिवार को संशोधित परिणाम जारी कर दिया।
पांचों अभ्यर्थी अंतिम रूप से चयनित होंगे या नहीं, यह तो साक्षात्कार में मिलने वाले अंकों के आधार पर तय होगा। लेकिन, मुख्य परीक्षा का संशोधित परिणाम जारी होने से यह स्पष्ट हो गया है कि आयोग कर्मियों की गलती के कारण मुख्य परीक्षा में शामिल पांच योग्य अभ्यर्थी सफल होने के बावजूद चयन प्रक्रिया की दौड़ से बाहर हो गए थे, जिन्हें अब साक्षात्कार में शामिल होने का मौका मिला है।
मुख्य परीक्षा में बड़े पैमाने पर बदली हुई थी कॉपी
यूपी पीसीएस जे 2022 की मुख्य परीक्षा की कापियों के अदला बदली का मामला अब गंभीर मोड पर पहुंच गया है।
लोकसेवा आयोग के संशोधित परिणाम में 5 नए अभ्यर्थी सफल घोषित हुए हैं।
हाईकोर्ट में धामली के शिकायत करते हुए याचिका दाखिल करने वाले श्रवण पाण्डेय भी सफल अभ्यर्थियो में शामिल किया गया है। इससे पहले आयोग किसी भी गडबड़ी से साफ इनकार कर रहा है
श्रवण की याचिका के बाद हाईकोर्ट में दाखिल जवाब में आयोग ने क़रीब 50 अभ्यर्थियों के मुख्य परीक्षा की कापियों के बदले जाने की बात स्वीकार की थी।
बाद में आयोग ने मुख्य परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों को अपनी कापियों को देखने का अवसर दिया था।
जिसके बाद आयोग ने पीसीएस जे 2022 की मुख्य परीक्षा में 5 नए अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया है,
सफल घोषित 5 नए अभ्यर्थियों का अब इंटरव्यू कराया जाएगा।
आयोग के संशोधित परिणाम के बावजूद अन्तिम निर्णय हाईकोर्ट के फैसले पर निर्भर करेगा।
इलाहाबाद हाईकोर्ट मामले में श्रावण पाण्डेय की याचिका पर सुनवाई कर रहा है।
श्रवण पाण्डेय ने बड़े पैमाने पर गड़बडी की आशंका जाहिर करते हुए अपनी रिट को जनहित याचिका में तब्दील करने की मांग की है।
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