प्रसेन राय और राजकुमार यादव बने अंगद के पांव:
नियम विरुद्ध की गई है तैनाती:

लखनऊ। आबकारी मुख्यालय में जो कमिश्नर के वसूली एजेंट हैं उनकी तैनाती में नियमों की न केवल अनदेखी की गई है बल्कि स्थानांतरण नीति का माखौल उड़ाया गया है। अवध भूमि न्यूज़ के पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि निरीक्षक प्रसेन राय और निरीक्षक राजकुमार यादव को नियम विरुद्ध मुख्यालय में दशकों से तैनात रखा गया है। इन पर यह आरोप है कि यह एडिशनल कमिश्नर कमिश्नर के नाम पर अधिकारियों और कर्मचारियों से वसूली करते हैं। आरोपों में इस लिए भी दम लगता है क्योंकि आबकारी विभाग में शासनादेश है कि मुख्यालय में केवल उन्हीं कार्मिकों की नियुक्ति 3 वर्ष से अधिक रह सकती है जिनकी पोस्ट फील्ड में नहीं है। आबकारी निरीक्षक प्रसेन राय और निरीक्षक राजकुमार यादव की मुख्यालय में तैनाती समझ से परे है। राजकुमार यादव 32 वर्षों से जब कि प्रसेन राय की तैनाती 15 वर्षों से लगातार मुख्यालय में बनी हुई है। इन दोनों पर कमिश्नर का वसूली एजेंट होने का आरोप है बावजूद इसके इनका ट्रांसफर नहीं किया जा रहा।
2017 में स्थानांतरण संबंधी शासनादेश को गौर से पढ़ें:

उपरोक्त शासनादेश के बावजूद आबकारी मुख्यालय में प्रसेन राय और राजकुमार यादव दशकों से कैसे तैनात हैं इसका जवाब एडिशनल कमिश्नर कमिश्नर और डिप्टी साइज कमिश्नर कार्मिक को हर हाल में देना होगा।
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