
इन मौतों का कौन जिम्मेदार है?
प्रयागराज। Mahakumbh 2025: महाकुंभ के दूसरे महापर्व और पहले अमृत स्नान मकर संक्रांति पर भीषण सर्दी ने श्रद्धालुओं के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। मंगलवार को हार्ट अटैक और ठंड लगने से छह श्रद्धालुओं की मौत हो गई। मृतकों में पांच श्रद्धालु और एक नागा संन्यासी शामिल हैं, जो ब्रह्मलीन हो गए। इसके अलावा, अमृत स्नान के दौरान संगम नोज पर ठंड लगने से तीन श्रद्धालु बेहोश हो गए। इन सभी को एंबुलेंस के जरिए तुरंत केंद्रीय अस्पताल पहुंचाया गया।
सुबह से देर रात तक मेले के केंद्रीय अस्पताल में कुल 4076 मरीज ओपीडी में आए, जिनमें से 245 को भर्ती करना पड़ा। इनमें 14 मरीजों को आईसीयू में भर्ती किया गया। वहीं, मेले में संचालित अन्य अस्पतालों में कुल 12411 मरीज ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचे।
अस्पताल में आने से पहले 3 की मौत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार को झूंसी में एम्स रायबरेली द्वारा संचालित 25 बिस्तरों वाले अस्पताल में तीन मरीजों की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो गई। इनमें 78 वर्षीय कीर्ति चंदेल, 65 वर्षीय महेश काले और कोटा, राजस्थान के 60 वर्षीय सुदर्शन शामिल हैं। वहीं, एसआरएन अस्पताल पहुंचने से पहले मुंबई के 48 वर्षीय चेतन सांघवी और 70 वर्षीय नागा संन्यासी ब्रह्मलीन हो गए। इसके अलावा, केंद्रीय अस्पताल में कोलकाता के अशित घोष का भी निधन हो गया। डॉक्टरों का मानना है कि इन मरीजों की मौत का कारण हार्ट अटैक और सर्दी लगने की संभावना है। महाकुंभ मेले में अब तक कुल 10 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है।
More Stories
गलती की वजह से हुई भगदड़:
क्यों चर्चा में है आरएसएस का शीश महल:
लागत से कम दाम पर बिकने लगी शराब: