मुबारक अली कार्मिक विभाग से हटाकर मुख्यालय से किए गए अटैच
विभागीय जांच भी हुई शुरू, कार्मिक से हटाने के बाद कई फाइलों पर किया हस्ताक्षर, शासन ने लिया संज्ञान डिप्टी कार्मिक से भी हो सकता है जवाब तलब:
प्रयागराज। आबकारी मुख्यालय में सहायक आबकारी आयुक्त कार्मिक के पद पर तैनात मुबारक अली के कारनामे आखिरकार शासन तक पहुंचे और उन पर गाज गिरी है। मुबारक अली को कार्मिक से हटकर अब मुख्यालय में अटैच कर दिया गया है। इतना ही नहीं उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू की जा रही है। मुबारक अली पर गोरखपुर में अवैध रूप से बिना किसी मंजूरी के प्रवर्तन में तैनात इंस्पेक्टर को आईजीएल डिस्टलरी में एडिशनल चार्ज देने और स्वयं लखीमपुर खीरी में गोविंद शुगर मिल डिस्टलरी में गेट पास पर फर्जी काउंटर साइन कर कई ट्रक अवैध शराब की निकासी करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। इसके अलावा बहुत सी ऐसी पत्रावली मुबारक अली द्वारा शासन को सीधे भेज दी गई है जो आबकारी आयुक्त की संज्ञान में ही नहीं है। इनके कारनामे देखते हुए आबकारी आयुक्त बेहद नाराज बताए जा रहे हैं और उन्हें तत्काल प्रभाव से कार्मिक से हटकर मुख्यालय में अटैच कर दिया गया है। आदेश 6 नवंबर को ही जारी हो गया था लेकिन मुबारक अली ने इसके बावजूद पैसे की उगाही के लिए स्वयं कार्मिक विभाग में कई पत्रावली का निस्तारण किया इसकी सूचना भी शासन में पहुंची और उनके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए। कहां जा रहा है कि इस मामले में डिप्टी कार्मिक प्रभात चन्द पर गाज गिर सकती है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि मुख्यालय में अटैच होने के बाद गोपनीय फाइलों की पहुंच मुबारक अली तक कैसे पहुंची इसका जवाब डिप्टी कार्मिक को देना ही होगा।
बता दे कि मुबारक अली के कारनामों की विस्तृत रिपोर्ट अवध भूमि न्यूज़ पर लगातार प्रकाशित होती रही है इसका संज्ञान विभागीय मंत्री नितिन अग्रवाल के अलावा शासन में भी लिया गया और उनके खिलाफ जांच की मंजूरी दी गई है।
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