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लखनऊ। गोंडा की नवाबगंज स्थित स्टार लाइट डिस्टलरी से ₹850000 लीटर ईएनए चोरी के मास्टरमाइंड डिप्टी साइज कमिश्नर आलोक कुमार के एक से बढ़कर एक कारनामा सामने आ रहे हैं। जानकारी मिली है कि गोंडा जनपद में सर्किल इंस्पेक्टर की गैर मौजूदगी में कथित रूप से कुछ दुकानों पर प्रवर्तन टीम भेज कर छापेमारी की गई। ओवर रेटिंग और डाइल्यूशन पकड़ने का दावा किया गया। पता चला है कि जनपद के चार सर्किल इंस्पेक्टर पर कार्रवाई की धमकी देकर तगड़ी वसूली की कोशिश की गई और जब सफलता नहीं मिली तो सर्किल इंस्पेक्टर को अभियोग पत्र जारी करने की सूचना मिल रही है।
अब सबसे गंभीर सवाल यह खड़ा हुआ है कि यदि डिप्टी एक्साइज कमिश्नर आलोक कुमार ने यदि कथित तौर पर डाइल्यूशन और ओवर रेटिंग पकड़ ली है तो जिला सहायक आबकारी आयुक्त क्या उनके रिश्तेदार हैं जो उनको क्लीन चिट दे दिया गया। इस मामले में उनसे स्पष्टीकरण क्यों नहीं मांगा गया। अंदर खाने पता चला है कि लवानिया और आलोक कुमार के बीच में लेनदेन के बाद समझौता हो गया है जिसकी वजह से ही चार इंस्पेक्टर को चार्ज शीट जारी होने के बावजूद लवानिया का बाल बांका नहीं हुआ।
शराब माफियाओं से आलोक कुमार के संबंध:
डिप्टी एक्साइज कमिश्नर आलोक कुमार का प्रदेश भर के कई शराब माफियाओं से संबंध है ऐसी चर्चा जोरो पर है कि लखनऊ के मनप्रीत सिंह और कानपुर के शराब माफिया सुक्खी से नजदीकी संबंध है। आलोक कुमार के बारे में यह भी चर्चा है कि प्रदेश के कई बड़े महानगरों में करोड़ों की बेनामी संपत्तियां हैं। प्रतापगढ़ जनपद के कुंडा तहसील में मिरिया गांव में उनकी पत्नी के नाम करोड़ की बाग़ है।
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