
प्रयागराज । ब्रेवरी और डिस्टलरी को आबकारी विभाग का नया फरमान जारी किया गया है जिसके तहत एडवांस इंडेंट पर ही निकासी देने का निर्देश दिया गया है। कहा जा रहा है कि आबकारी विभाग दुकानों में बीयर और विदेशी मदिरा की एक्सपायरी चेक कर रहा है और स्टॉक को जल्द से जल्द निस्तारित करने का भी निर्देश दिया गया है। आबकारी विभाग बियर और वाइन के एक्सपायरी स्टॉक को निस्तारित करने को लेकर काफी सख्त हो गया है। चर्चा तो यह भी है कि आबकारी विभाग ने ऐसा कुछ प्रमुख शराब कंपनियों के अनुरोध पर किया है। अब यह चर्चा जोर पकड़ रही है कि बीयर और विदेशी मदिरा के गोदाम और दुकान के व्यवस्थापन में एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय कंपनी के लिए रास्ता साफ किया जा रहा है।
विभाग का यह सर्कुलर वायरल है











उपरोक्त सर्कुलर आबकारी विभाग द्वारा किस उद्देश्य से जारी किया गया है यह तभी स्पष्ट हो पाएगा जब विभाग द्वारा इस संबंध में स्पष्टीकरण दिया जाए। फिलहाल बीयर और वाइन के एडवांस इंडेंट के आदेश के बाद चर्चा जोर पकड़ रही है कि बियर की दुकान वाइन के साथ मर्ज कर दी जाएगी।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रमुख शराब कंपनियों की उधारी गोदाम पर ज्यादा बढ़ गई है और उनके अनुरोध पर आबकारी विभाग ने यह सर्कुलर जारी किया है या फिर बीयर और वाइन की दुकानों की व्यवस्थापन को लेकर कोई नई पॉलिसी आने वाली है यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। अगर शराब कंपनियों को उधारी से निजात दिलाने के लिए विभाग की ओर से यह सर्कुलर जारी हुआ है तो फिर देसी शराब को लेकर यह सर्कुलर खामोश क्यों है। फिलहाल मोटा मोटा ऐसा लगता है कि आबकारी विभाग fl2 से जुड़े शराब कारोबारी को अपनी उधारी वसूलने और अपना स्टॉक खारिज करने के लिए पर्याप्त समय दे रहा है।
फिलहाल सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आबकारी पॉलिसी अगले एक हफ्ते के लिए टल गई है।
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